Monday, February 28, 2022

"Reason" कारण

कारण

★★★ प्लेग की बीमारी "येरसीनिया पेस्टिस" नामक एक बैक्टीरिया के संक्रमण से होती है। अगर संक्रमण की शुरुआत में ही इलाज नहीं किया जाए तो ये बीमारी घातक भी साबित हो सकती है।

यह बिमारी चूहों के शरीर पर पलने वाले कीटाणुओं की वजह से भी फैलती है और ये अत्यंत संक्रामक होती है। प्लेग के मरीज की सांस और थूक के जरिए उनके संपर्क में आने वाले लोगों में भी प्लेग के बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है। इसलिए प्लेग के मरीज का इलाज करते समय या उनके संपर्क में रहते समय एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है।

★★★ कारण -

प्लेग येरसीनिया पेस्टिस नामक बैक्टेरिया के कारण होता है। इस रोग को कई नाम से जाना जाता है जैसे ताऊन, गोटी वाला ज्वर। इसके बैक्टेरिया सीलन वाले स्थानों, कूड़ा तथा सड़ी गली चीजों में पनपता है। यह रोग उन पदार्थों में भी फैलता है जिनमें से गंदी बदबू आती है तथा भाप निकलती है। इन किटाणुओं का हमला पहले-पहले चूहों के पिस्सुओं पर होता है और फिर यह बीमारी चूहों के द्वारा मनुष्यों को भी हो जाती है। जिन व्यक्तियों के शरीर में पहले से ही दूषित द्रव्य जमा रहता है उन व्यक्तियों को यह रोग जल्दी हो जाता है। यह दूषित द्रव्य नहीं होता है उन व्यक्तियों का ये कीटाणु कुछ भी नहीं बिगाड़ पाते हैं।
★★★ Reason -
Plague is caused by a bacterium called Yersinia pestis. This disease is known by many names such as taunt, gouty fever. Its bacteria thrive in damp places, garbage and rotten alleys. This disease also spreads in those substances, from which foul smell and steam is released. These germs first attack the fleas of rats and then the disease is transmitted to humans by rats. Those people who already have contaminated matter in their body, those people get this disease quickly. It is not a contaminated substance, these germs of those people are not able to spoil anything.

No comments:

Post a Comment